कोशिश के बावजूद हो जाती है कभी कभी हार,होकर निराश मत बैठना है यार,
बढ़ते रहना आगे हो जैसा भी मौसम का हाल,पा लेती मंजिल चींटी भी गिर गिर कर कई बार।
बरसात की भीगी रातों में फिर कोई सुहानी याद आई,
कुछ अपना जमाना याद आया कुछ उनके जवानी याद आई।
हमारे चले जाने के बाद ये समुंदर भी पूछेगा तुमसे कहा चला गया,
वो शख्स जो तन्हाई मे आ कर बस तुम्हारा ही नाम लिखा करता था।